Table of Contents
- 1 6G internet kya hai (समझिए 6G net के बारे में )
- 2 6G का अर्थ क्या होता है ?
- 3 6G Technology kya hai ( टेक्नोलॉजी क्या है )
- 4 6G कैसे कर करेगी ( How to work 6G network )
- 5 6G Network की स्पीड कितनी होगी।
- 6 6G कैसे काम करेगा ?
- 7 6G नेटवर्क के क्या–क्या फायदे होंगे ? Advantages
- 8 6G नेटवर्क के संभावित नुकसान क्या होंगे। Disadvantage.
- 9 6G Technology Kya Hai ?
- 10 6G की स्पीड क्या होगी ?
- 11 6G कैसे काम करता है ?
- 12 6G कितना तेज है ?
6G Technology kya hai आज की दुनिया इतनी तेज हो गई है की इस तेजी को बरकरार रखने के लिए उतनी ही तेजी से नई नई गैजेट और टेक्नोलॉजी की जरूरत होती। उसी में एक है इंटरनेट हमारे जीवन में रोजमर्रा की आधी जरूरत के काम को पूरा करने के लिए हम इंटरनेट की मदद लेते हैं।
कोरोना महामारी के बीच जिस तरह लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते थे और अपने कामों पर नहीं जा पा रहे तब लोगो ने इंटरनेट और टेक्नोलॉजी पर पूरे दुनिया को इस महामारी के बीच अपने को जारी रखने के लिए सबसे बड़ा योगदान इंटरनेट का रहा है।
6G internet kya hai (समझिए 6G net के बारे में )
6G technology Kya hai और यह कैसे काम करता है उसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल के मध्यम से समझने वाले है। जैसा की हम सभी जानते है इस तेजी से बदलते दुनिया में टेक्नोलॉजी ने मानव के जीवन को काफी बदल कर रख दिया है।
हमारे जीवन का सबसे जरूरी हिस्सा इंटरनेट बन चुकी है जिसके बिना काम चलाना संभव नहीं लगता है इंटरनेट 20 वी शताब्दी की सबसे बड़ी खोजो में से एक है। टेक्नोलॉजी ने जिस तरह से मानव विकास के लिए अहम योगदान रहा है। और दुनिया को बदलने के लिए आज से पहले इतने बड़े बदलाव के लिए पहले सायद सदियों की जरूरत होती है।
इंटरनेट की दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है की 5G अभी हमारे बीच सही तरीके से आया नही है और वही दूसरी तरह कई देशों में 6G की टेक्नोलॉजी पर काम सुरु हो गया है। और फास्ट इंटरनेट हमारे जरूरत को पूरा कर रहा है।
इंटरनेट की दुनिया में टेक्नोलॉजी को पीढ़ी दर पीढ़ी बेहतर होती जा रहा है इसका सबसे बड़ा उधारण 6G Network है बीते सालों में हमे 5G टेक्नोलॉजी को दुनिया के सामने लाया गया था तब 6G टेक्नोलॉजी की ऊपर कार्य किया जा रहा था। लेकिन अब वो दिन दूर नही है 5G के बाद हमे 6G का शानदार अनुभभ होगा।
दफ्तर के काम से लेकर ऑफिस के अहम मीटिंग या फिर बच्चो की ऑनलाइन पढ़ाई हो या दोस्तो के साथ ऑनलाइन जुड़े रहना है या सभी आज के समाई 4G or 5G Network की मदद से काफी आसानी और फास्ट हो गई है।
6G का अर्थ क्या होता है ?
6G ( sixth– Generation wireless ) नेटवर्क है और यह मौजूद 5G fiveth जेरेशन वायरलेस नेटवर्क से 1000 गुना अधिक तेज होगा। इसमें 5जी से बहुत कम या फिर जीरो लीटेंसी होगी है। 6G के जरिए किसी भी फिल्म को milisecond के अंदर ट्रांसफर किया जा सकता है।
का अर्थ होता है किसी भी मोबाइल नेटवर्क को ‘ G ‘ से जाना जाता है जिसका मतलब Generation होता है अभी तक आपने जितने भी मोबाइल नेटवर्क को 2G, 3G, 4G, और 5G और 6G इन सभी को जेनरेशन के अनुसार नाम दिए गए है।
6G Technology kya hai ( टेक्नोलॉजी क्या है )
हर जेरेशन का वायरलेस सेलुलर नेटवर्क पिछले जेरेशन के मुकाबले काफी तेज होता है और साथ ही नई नई संभभनाये जुड़ी होती है। हमें सेलुलर नेटवर्क में सबसे पहले 1G देखने को मिली जिससे मोबाइल फोन पर बात करना आसान हुआ और वही 2G नेटवर्क के आने के बाद मोबाइल पर बात करने के साथ साथ SMS भेजने की सुविधा मिली थी।
और उसी तरह जेनरेशन दर जिरेशन हमे कई सुविधा मिले है 3G network के साथ इंटरनेट चला आसान हुआ और उसके बाद 4G के आ जाने के बाद स्पीड इंटरनेट के साथ वीडियो और ऑडियो फोटोज भेजना आसान हुआ था। और 5G के आने के बाद इन सभी कामों सुपर स्पीड के साथ काम लेटेंसी भी देखने को मिले है।
6G कैसे कर करेगी ( How to work 6G network )
6G network कैसे काम करेंगी चलिए इसके बारे जानते है वैज्ञानिक कहते है 6G के जरिए इंशानी दिमाग और इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के साथ कनेक्ट करना संभव हो सकता है।
वैज्ञानिक का मानना है की दुनिया के सामने 6G की टेक्नोलॉजी साल 2030 तक लोगो के इस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकता है। 5G नेटवर्क की तुलना में
6G नेटवर्क के जरिए 50 गुना अधिक तेजी डाटा का ट्रांसमिशन किया जा सकता है।
हम 6GB वाले फाइल या मूवी को 4G LTE के जरिए अभी (50 Mbit/s ) परती सेकंड की स्पीड से लग भाग 17 मिनट में डाउनलोड होती है और 5G नेटवर्क के जरिए इस फ़िल्म को 100 Mbit/s पर सेकंड हिसाब से 8.5 मिनट में डाउनलोड किया जा सकता है।
लेकिन 6GB वाले फाइल को ऑनलाइन से 6G नेटवर्क के जरिए (1000 Mbit/s) मेगा बाइट पर सेकंड के हिसाब से सिर्फ 51 सेकंड में डाउनलोड किया जा सकता है इस बात से आप सोच सकते है की भविष्य में सभी तरफ की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटो ड्राइव ,इंटरनेट of थिंग्स, वर्चुअल रियलिटी की कल्पना को सही साबित किया जा सकता है।
6G Network की स्पीड कितनी होगी।
अभी तक का सबसे आधुनिक मोबाइल नेटवर्क 5G के बाद 6G नेटवर्क को कहा जाता है जिसमे 6Th जेनरेशन के तकनीक का इस्तेमाल करके विकसित किया गया है।जिसमे यूजर को Terahertz (THz) की स्पीड होंगी वही 5G Gbps speed में इंटरनेट को चलाया जा सकता है और वही 6G में THz स्पीड में इंटरनेट की स्पीड होगी।
अभी तक मौजूद जितनी सेलुलर नेटवर्क की टेक्नोलॉजी है जिसमे 4G network 2.5 GHz बैंड्स को स्पोर्ट्स करता है और वही 5G जिसमे 95 Ghz बैंड्स को स्पोर्ट्स करता है। आने वाला नेक्स्ट जेरेशन सेलुलर नेटवर्क 6G में 3 TERAHERTZ तक के बैंड्स को सपोर्ट करेगा जिससे 3000 TERAHERTZ अधिकतम स्पीड होंगी।
6G कैसे काम करेगा ?
जैसा आप जान जुके है की 6G THz टेक्नोलॉजी के ऊपर काम करेगा, 6G टेराहर्ट्स वेव्स रेडियों तरंगों का इस्तेमाल करेगा। लेकिन इसमें 5G के मुकालबले बहुत अधिक स्पीड बैंडविंथ होगी क्युकी इसका टेक्नोलॉजी इस तरह से बनाया जाएगा की मौजूदा 5G मिलीमीटर वेव्स की फ्रीक्वेंसी को सपोर्ट करता है लेकिन 6G में THz वेव्स में इंटरनेट को पहुंचने में सक्षम होगा।
यह 5जी मिली मीटर वेब्स 30 से 300 गीगा हर्ट्स पर काम करती हं, लेकिन 6G आने के बाद यह बढ़कर 3000 TERAHERTZ पर काम करेंगी.
4G पर नेटवर्क की बात करें तो 500 वर्ग किलो मीटर में 10 लाख डिवाइज कनेक्ट हो सकते हैं. जबकि 5G पर सिर्फ एक वर्ग किलोमीटर में ही 10 लाख डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते है जबकि 6G नेटवर्क इस्तना एडवांस होगा की एक वर्ग किलोमीटर के अंदर 100 लाख डिवाइस यानी की 1 करोड़ डिवाइस एक साथ और सेम स्पीड के साथ इंटरनेट चलाया जा सकता है।
(THz) Terahertz Frequency क्या है?
5G में मिलीमीटर वेव्स का इस्तेमाल किया जा यह है फ्रीक्वेंसी को डिवाइस तक पहुंचने के लिए लेकिन 6G में टेराहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी का उपयोग किया जायेगा जो अभी तक का सबसे “High frequencies, होगा जिसे मोबाइल नेटवर्क के उपयोग किया जाएगा। जिसकी range होती है 100GHz से लेकर 1THz (terahertz) इन्हें ही Terahertz Frequency कहा जाता है.
6G Terahertz Wireless में किन Technologies का इस्तमाल किया जाता है तो हम आपको बता दे की “Spatial multiplexing ” बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है 6G terahertz wireless के लिए. ये वही हिस्सा है जिससे separate data signals को आसानी से भेजा जाता है streams में — bandwidth को efficiently reuse किया जाता है।
इन सभी बातों को देखें तो terahertz टेक्नोलॉजी को कम power की जरुरत होती है और वहीँ काम पावर के साथ अच्छी capacity मिलती है.
नाम | 6G mobile नेटवर्क |
लॉन्च डेट | सन 2030 |
अधिकतम स्पीड | 1 Tbps (1,000,000 Mbps) |
बैंडविड्थ | 3000 गीगाहर्ट्ज |
डाउनलोड स्पीड | 1 TBPS डाउनलोड प्रति सेकंड |
6G नेटवर्क के क्या–क्या फायदे होंगे ? Advantages
- 6G इंटरनेट की रफ्तार 50 Mgbit/s से 100 Mgbit/s पर सेकंड की स्पीड होगी (1 Tbps तक) हो जाएगी।
- 6G इंटरनेट के जरिए बड़े से बड़े डेटा को आसानी से अपलोड, डाउनलोड या ट्रांसफर किया जा सकेगा।
- 6GB वाले फाइल या मूवी को 5-10 मिनट में डाउनलोड होती है, वो चंद सेकेंड में डाउनलोड होगी।
- हाई क्वॉलिटी वीडियो या गेम का मजा बिना किसी लैटेंसी और बिना पिंग के खेल पाएंगे।
- 6G नेटवर्क काम पावर consumption होगी।
- तेज रफ्तार इंटरनेट से रोबोट ऑटोमेटेड Cars और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन सभी को काफी स्पीड डाटा वितरण किया जा सकता है
- 6G Network के साथ 3THz Terahertz स्पीड होगी।
6G नेटवर्क के संभावित नुकसान क्या होंगे। Disadvantage.
- 6G सेल-लेस आर्किटेक्चर और मल्टी-कनेक्टिविटी का उपयोग करता है। इसलिए निर्बाध गतिशीलता और विभिन्न प्रकार के लिंक (THz, VLC, mmwave, उप-6GHz) के एकीकरण के लिए सही समयबद्धन की आवश्यकता है।
- टेक्निकल युनिवर्सिटी ऑफ बर्लिन के अनुसार 6G आने के बाद हैकर्स यूजर्स का डाटा कुछ सेकेंडो में आसानी से हैक कर सकते हैं।
- 6G नेटवर्क के लिए 5G से ज्यादा छोटे छोटे टावर की जरूरत होगी।
- अल्ट्रा-बड़े पैमाने पर THz एंटीना लगाने की एक बड़ी चुनौती होगी। जिसके लिए उच्च बैंडविड्थ और बड़े पैमाने पर रिसर्च और संकल्प की आवश्यकता होती है।
- पर्याप्त मात्रा में 6G मोबाइल टॉवर न होने पर इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या बढ़ेगी।
- मोबाइल टॉवर्स को रेडियेशन के लिए खतरनाक माना जाता है, लिहाजा तमाम देशों में लोग इसका विरोध करते हैं।
- 5G नेटवर्क के लिए 3THz रेडियो फ्रीक्वेंसी की जरूरत होगी, इसे इस्तेमाल करने लायक बनाना आसान नहीं होगा।
- WHO के अनुसार रिडेयो फ्रिक्वेंसी बढ़ने से शरीर का तापमान बढ़ता है, लेकिन स्वास्थ्य को इससे ज्यादा नुकसान नहीं होगी।
Frequently Asked Questions (FAQ)
6G Technology Kya Hai ?
6G ( Sixth– Generation Wireless ) नेटवर्क है और यह मौजूद 5G Fiveth जेरेशन वायरलेस नेटवर्क से 1000 गुना अधिक तेज होगा।
6G की स्पीड क्या होगी ?
नेक्स्ट जेरेशन सेलुलर नेटवर्क 6G में 3 TERAHERTZ तक के बैंड्स को सपोर्ट करेगा जिससे 1 TBPS अधिकतम स्पीड होंगी।
6G कैसे काम करता है ?
6G में टेराहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी तकनीक का उपयोग किया गया है।
6G कितना तेज है ?
सिडनी विश्वविधालय के एक वायरलेस संचार विशेषग्य के अनुसार 6G इन्टरनेट की स्पीड तक़रीबन 1 टेराबाइट /सेकंड या 8,000 गीगाबाइट/सेकंड की स्पीड से इन्टरनेट चलने में सक्षम होगा।
यह भी पढ़े –
Android 12 features kya hain
PUBG New State Apk download
How to start online classes in hindi
Conclusion
दोस्तो हमने आपको इस पोस्ट में 6g technology kya hai (What is 6G in Hindi) यह कैसे काम करता है इन सभी के बारे हमने आपको बताया है. हमारी टीम की यही कोसिस रहती है की readers को 6G के विषय में पूरी जानकारी प्रदान किया जाता है।
यदि आपके मन में इस article में लिखे गए 6G की जानकारी को लेकर कोई भी doubts हैं पूछना चाहते हैं तो इसके लिए आप कमेंट बॉक्स में सवाल लिखकर पूछ सकते है। या सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.
यदि आपको 6G क्या होता है हिंदी में लिखी जानकारी पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, और Twitter इत्यादि पर share कीजिये. 6g kya hai, 6g technology kya hai.6G kya hai in hindi 6G Technology kya hai।